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अक्तूबर, 2015 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

कलाकंद बनाने के दो तरीक

कलाकंद बनाने के दो तरीके हैं- पारम्परिक और झटपट। पारम्परिक तरीके से कलाकन्द बनाने में समय अधिक लगता है, लेकिन झटपट कलाकन्द (Instant Kalakand Sweets) बहुत जल्दी बन कर तैयार हो जाता है। त्यौहार के अवसर पर बनाने के लिए यह एक सर्वोत्तम मीठी डिश है और इसे बच्चे से लेकर बड़े तक सभी पसंद करते हैं। तो आइए जानते हैं झटपट कलाकंद रेसिपी। आवश्यक सामग्री: मावा (खोया)-250 ग्राम, पनीर-250 ग्राम, चीनी-200 ग्राम (पिसी हुई), घी-02 छोटे चम्मच, छोटी इलाइची-05 (पिसी हुई), बादाम-10 (लम्बाई में बारीक कटे हुए)। झटपट कलाकन्द बनाने की विधि: एक भारी तले की कढ़ाई लें और उसमें एक छोटा चम्मच घी डालकर गरम करें। घी गरम होने पर उसे कढ़ाई में चारों ओर फैला लेें। उसके बाद मावा (खोया) को तोड़ कर कढ़ाई में डालें और उसे चलाते हुए खुश्बू आने तक भून लें। जब उसमें से खुश्बू आने लगे तो उसमें पनीर को मैश करके डाल दें और चलाते हुए भूनें। लगभग सात-आठ मिनट में मिश्रण ड्राई हो जाएगा और दोनों चीजें आपस में मिल जाएगीं। ऐसे में उसे गैस से उतार लें और ठंडा होने दें। जब यह मिश्रण हल्का गुनगुना रह जाए, इसमें चीनी और इलाइची पाउडर मिल

कुछ रोचक जानकारी क्या आपको पता हैं

1. चीनी को जब चोट पर लगाया जाता है, दर्द तुरंत कम हो जाता है… 2. जरूरत से ज्यादा टेंशन आपके दिमाग को कुछ समय के लिए बंद कर सकती है… 3. 92% लोग सिर्फ हस देते हैं जब उन्हे सामने वाले की बात समझ नही आती… 4. बतक अपने आधे दिमाग को सुला सकती हैंजबकि उनका आधा दिमाग जगा रहता…. 5. कोई भी अपने आप को सांस रोककर नही मार सकता… 6. स्टडी के अनुसार : होशियार लोग ज्यादा तर अपने आप से बातें करते हैं… 7. सुबह एक कप चाय की बजाए एक गिलास ठंडा पानी आपकी नींद जल्दी खोल देता है… 8. जुराब पहन कर सोने वाले लोग रात को बहुत कम बार जागते हैं या बिल्कुल नही जागते… 9. फेसबुक बनाने वाले मार्क जुकरबर्ग के पास कोई कालेज डिगरी नही है… 10. आपका दिमाग एक भी चेहरा अपने आप नही बना सकता आप जो भी चेहरे सपनों में देखते हैं वो जिदंगी में कभी ना कभी आपके द्वारा देखे जा चुके होते हैं… 11. अगर कोई आप की तरफ घूर रहा हो तो आप को खुद एहसास हो जाता है चाहे आप नींद में ही क्यों ना हो… 12. दुनिया में सबसे ज्यादा प्रयोग किया जाने वाला पासवर्ड 123456 है….. 13. 85% लोग सोने से पहले वो सब सोचते हैं जो

कुछ रोचक जानकारी क्या आपको पता हैं

1. चीनी को जब चोट पर लगाया जाता है, दर्द तुरंत कम हो जाता है… 2. जरूरत से ज्यादा टेंशन आपके दिमाग को कुछ समय के लिए बंद कर सकती है… 3. 92% लोग सिर्फ हस देते हैं जब उन्हे सामने वाले की बात समझ नही आती… 4. बतक अपने आधे दिमाग को सुला सकती हैंजबकि उनका आधा दिमाग जगा रहता…. 5. कोई भी अपने आप को सांस रोककर नही मार सकता… 6. स्टडी के अनुसार : होशियार लोग ज्यादा तर अपने आप से बातें करते हैं… 7. सुबह एक कप चाय की बजाए एक गिलास ठंडा पानी आपकी नींद जल्दी खोल देता है… 8. जुराब पहन कर सोने वाले लोग रात को बहुत कम बार जागते हैं या बिल्कुल नही जागते… 9. फेसबुक बनाने वाले मार्क जुकरबर्ग के पास कोई कालेज डिगरी नही है… 10. आपका दिमाग एक भी चेहरा अपने आप नही बना सकता आप जो भी चेहरे सपनों में देखते हैं वो जिदंगी में कभी ना कभी आपके द्वारा देखे जा चुके होते हैं… 11. अगर कोई आप की तरफ घूर रहा हो तो आप को खुद एहसास हो जाता है चाहे आप नींद में ही क्यों ना हो… 12. दुनिया में सबसे ज्यादा प्रयोग किया जाने वाला पासवर्ड 123456 है….. 13. 85% लोग सोने से पहले वो सब सोचते हैं जो

नींबू के 30 आयुर्वेदिक नुस्खेँ

नींबू के 30 आयुर्वेदिक नुस्खेँ 1-शुद्ध शहद में नींबू की शिकंजी पीने से मोटापा दूर होता है। 2-नींबू के सेवन से सूखा रोग दूर होता है। 3-नींबू का रस एवं शहद एक-एक तोला लेने से दमा में आराम मिलता है। 4-नींबू का छिलका पीसकर उसका लेप माथे पर लगाने से माइग्रेन ठीक होता है। 5- नींबू में पिसी काली मिर्च छिड़क कर जरा सा गर्म करके चूसने से मलेरिया ज्वर में आराम मिलता है। 6-नींबू के रस में नमक मिलाकर नहाने से त्वचा का रंग निखरता है और सौंदर्य बढ़ता है। 7- नौसादर को नींबू के रस में पीसकर लगाने से दाद ठीक होता है। 8- नींबू के बीज को पीसकर लगाने से गंजापन दूर होता है। 9-बहरापन हो तो नींबू के रस में दालचीनी का तेल मिलाकर डालें। 10-आधा कप गाजर के रस में नींबू निचोड़कर पिएं, रक्त की कमी दूर होगी। 11- दो चम्मच बादाम के तेल में नींबू की दो बूंद मिलाएं और रूई की सहायता से दिन में कई बार घाव पर लगाएं, घाव बहुत जल्द ठीक हो जाएगा। 12- प्रतिदिन नाश्ते से पहले एक चम्मच नींबू का रस और एक चम्मच ज़ैतून का तेल पीने से पत्थरी से छुटकारा मिलता है।13- किसी जानवर के काटे या डसे हुए भाग पर रूई से नींबू का रस

आंवला लड्डू बनाने की विधि - Amla Laddu Recipe in Hindi

                         आंवला लड्डू बनाने की विधि                                      (Amla Laddu Recipe in Hindi) आंवला में विटामिन सी और आयरन भरपूर मात्रा में पाया जाता है, इसलिए इसका उपयोग अध‍िक से अध‍िक करना चाहिए। इसके इस्तेमाल से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है और हाजमा दुरूस्त होता है। इसके साथ ही यह आंखों और बालों के लिए भी बहुत फायदेमंद होता है। साथ ही यह बच्चों को भी बहुत पसंद आता है। आंवले की इन्हीं विशेषताओं को देखते हुए पिछले दिनों आंवले का मुरब्बा बनाने की विध‍ि बताई गयी थी। उसी क्रम में आज आंवले का लड्डू बनाने की रेसिपी प्रस्तुत है। आवश्यक सामग्री:   "आंवला लड्डू बनाने की विधि - Amla Laddu Recipe in Hindi" आंवला-500 ग्राम, चीनी-500 ग्राम, बादाम-50 ग्राम (पीस कर पाउडर बनाया हुआ), काजू-50 ग्राम (बारीक कतरे हुए), देशी घी-चार बड़े चम्मच, इलायची पाउडर-आधा छोटा चम्मच, जायफल पाउडर-आधा छोटा चम्मच। आंवला लड्डू बनाने की विधि: सबसे पहले आंवलों को अच्छी तरह से धो लें। उसके बाद उन्हें पानी में डालकर दस मिनट के उबाल लें। उबालने के बाद आंवलों को पानी से निकाल लें

सर्दी, जुकाम से बचने के आसान उपाय

आमतौर पर यह धारणा है कि खांसी और जुकाम जाड़े के मौसम के दौरान ही फैलते हैं, लेकिन यह सही नहीं है। यह किसी को भी कभी भी हो सकता है। यह सबसे तेजी से बच्चों में फैलता है क्योंकि उनमें प्रतिरक्षा तंत्र मजबूत नहीं होता। बुजुर्गो में प्रतिरक्षा तंत्र उम्र के साथ कमजोर होता जाता है, इसलिए वे आसानी से इसकी गिरफ्त में आ जाते हैं। पर्यावरण प्रदूषण, धू्रमपान, विषाक्त धुआं, ज्यादा व्यायाम, तनाव और ठंडे मौसम के कारण भी तंत्रिका प्रणाली की क्षमता कम होती है। क्या होता है जुकाम यह संक्रमण की बीमारी है। हर उम्र वर्ग के लोगों को आसानी से जकड़ लेती है। गले में खराश, छींकना, मामूली दर्द, थोड़ी थकान, आंखों से पानी आना और हल्का बुखार होना इसके सामान्य लक्षण हैं। यह तकरीबन एक हफ्ते तक रहता है। करीब दो सौ वायरस जुकाम को फैलाते है, जिसमें राइनोवायरस सबसे कामन वायरस है। क्यों होता है जुकाम लोगों की धारणा होती है कि जुकाम मौसम के कारण होता है, लेकिन ऐसा नहीं है। मुख्यत: यह भीड़ वाली जगह में रहने से होता है। जहां पर वायरस और रोगाणु फैले रहते हैं। सूखे मौसम में इनके फैलने की आशंका ज्यादा होती है। जुकाम का वायरस ज

Choti choti bate

छोटी-छोटी बातें भी जीवन की गहराई को बयां कर देती हैं। ऐसी ही 06 छोटी-छोटी कहानियां यहां पर प्रस्तुत हैं, जो जीवन को खूबसूरत बनाने में बेहद मददगार हैं। ये कहानियां मुझे मेरे एक मित्र ने व्हाटअप पर भेजी हैं। आशा, ये आपको भी पसंद आएंगीं। (1) एक बार किसी गांव में सूखा पड़ा। गांव वालों ने यह निर्णय लिया कि वे बारिश के लिए ईश्वर से प्रार्थना करेंगे। तय समय पर सभी लोग गांव के बाहर प्रार्थना के लिए इकट्ठा हुआ। उस भीड़ में एक बच्चा भी था, वह बारिश से बचने के लिए अपना छाता लेकर आया था। उसे देखकर सभी लोग मुस्करा पड़ा। इसे कहते हैं आस्था। (2) जब आप अपने बच्चे को दोनों हाथों से पकड़ ऊपर हवा में उछालते हैं, तो वह हँसता है। क्यों? क्योंकि वह जानता है कि आप उसे पकड़ लेंगे। इसे कहते हैं विश्वास। (3) रोज रात को सोते समय हम अगली सुबह के लिए घड़ी में अलार्म लगाते हैं और तब सोने की तैयारी करते हैं। जबकि इस बात की कोई गारण्टी नहीं होती कि सुबह तक हम जीवित रहेंगे भी कि नहीं। लेकिन फिर भी हम घड़ी में अलार्म लगाकर सोते हैं। इसे कहते हैं आशा(उम्मीद)। (4) हमें अपने भविष्य के बारे में कोई जानकारी नहीं हो

स्वाइन फ्लू के लक्षण और इलाज

विश्व स्वास्थ्य संगठन ने स्वायिन फ्लू के विश्व्यव्यापी बन जाने के चेतावनी स्तर 5 की हामी भर ली है -खबर है कि यह महामारी अफ्रीका तक आ पहुँची है! मैंने विषाणु जनित महामारियों के एक ख़ास भौगोलिक बढ़त की प्रवृत्ति पर जब काम किया था तो पाया था कि इनमें एक खास दिशा की ओर बढ़ते जाने की एक रुझान होती है -जैसे तीन दशकों पूर्व फैली मछलियों की बीमारी ई यूं एस दक्षिण -पश्चिम भौगोलिक दिशा की ओर सिंगापुर से चलते हुए इंग्लैंड तक जा पहुँची थी! शुक्र है इसने मनुष्यों को संक्रमित नहीं किया! अब यह स्वयिन फ्लू जो बर्ड फ्लू (H5N1) की ही तरह है,बस वाईरस की रचना में थोड़ा फर्क (H1N1) है उत्तर पश्चिम से चल कर दक्षिण पूर्व की ओर बढ़ रही है ! राहत है कि भारत में अभी जोरों की गरमी पड़ रही है -आम तौर पर ये विषाणु इतने ज्यादा तापक्रम पर मारक क्षमता खो देते हैं! मगर संक्रमित देशों से चल कर जो लोग यहाँ आ रहे हैं इस बीमारी को यहाँ ला सकते हैं! स्वाइन फ्लू के लक्षण बुखार या बढ़ा हुआ तापमान, अत्यधिक थकान, सिरदर्द, गले में खराश, ठंड लगना, नाक बहना, कफ, सांस लेने में तकलीफ, उल्टी या दस्त आना, भूख कम लगना आदि। स्वाइन फ्लू